Tuesday, April 20, 2010

kamal shrma


आओ ट्विस्ट करें।
पुराने जमाने के लोग थिरकते हुए कहते थे-आओ ट्विस्ट करें। नए जमाने के लोग कहते हैं-आओ ट्विट करें। तुम भी करो। हम भी करें। यह ट्विटर की सोशल साइट है। अच्छा, यह तुम्हारी शाख है? चलो वो मेरी शाख हुयी। मैं इधर से ट्विट करता हूं, तुम उधर से ट्विट करो। सो कलरव मचा है। चख-चख के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
सरकार में सबसे ज्यादा ट्विट करने की आदत शशि थरूर को थी। पार्टी ने समझाया-देखो प्यारे, तुम्हें लगता है कि तुम चहकते हो, पर पार्टी को तो चख-चख ही सुननी पड़ती है न। सो यह आदत बदल डालो। पर जैसे छुटती नहीं है जालिम मुंह से लगी हुयी, वैसे ही आदत भी कहां छूटती है।
पर लगता है ललित मोदी को यह पसंद नहीं आया कि शशि थरूर यूं खामोशी अख्तियार कर लें। उन्हें वे शायद ट्विट करते ही अच्छे लगते हैं। सो उन्होंने कहा कि चलो मैं ट्विट करता हूं। शायद उसके बाद तुम्हें भी ट्विट करना अच्छा लगे। सो मोदी ने ट्विट किया-आईपीएल की नयी कोच्चीवाली टीम में सुनंदा पुष्कर भी हिस्सेदार हैं। और कौन-कौन हैं अभी बताता हूं। हालांकि मुझे कुछ भी न बताने के लिए कहा गया था ।
एक दिन पहले ही लोगों को पता चला था कि शशि थरूर सुनंदा पुष्कर से शादी करने वाले हैं। शायद तीसरी। बाद में लोगों ने मोदी से पूछा कि भैया कुछ अपनी भी तो बता दो कि कौन सा रिश्तेदार किस आईपीएल टीम के मालिकों में शामिल है। घोटाले खेल-खेल में भी उजागर होते हैं। लोग मोदी को पहले टी-ट्विंटी के लिए ही जानते थे, जैसे लोग शशि थरूर को ट्विंटिंग के लिए ही जानते थे। पर अब लोग मोदी को ट्विटिंग के लिए भी जानने लगे हैं और शशि थरूर को टी-ट्वेंटी के लिए भी। प्रसिद्धि सीमित नहीं रहनी चाहिए न।